???? Sukoon Bhari Neend Fundamentals Explained
यह बहुत ही डरावना होता है, जो आपको बुरी तरह से डरा देता है.स्क्रीन से दूरी बनाए रखें: सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप या टीवी का इस्तेमाल कम से कम करें, क्योंकि इनसे नींद की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
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हल्का भोजन करें: रात का खाना हल्का और पचने में आसान होना चाहिए। इसे जल्दी खाएं ताकि शरीर को आराम से पचाने का समय मिल सके।
सपने आना बहुत ही आम बात है. जब भी आप सोते हैं, तो आपको किसी न किसी तरह के सपने आते हैं.
रात को ध्यान या मेडिटेशन करके सोने से बुरे सपने नहीं आते हैं
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रेगुलर एक्सरसाइज करें: शरीर को एक्टिव रखने के लिए नियमित व्यायाम करें, जिससे दिल की धड़कन सामान्य बनी रहती है और मानसिक स्थिति भी बेहतर होती है।
नाइटमेयर आने पर आपको थकान कमजोरी होने जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
अच्छी नींद चाहते हैं और बुरे सपनों से बचना चाहते हैं तो आपको हफ्ते में कम से कम तीन दिन कसरत करनी ही चाहिए
रिलैक्सेशन तकनीक: एक्सपर्ट के अनुसार बिस्तर पर जाने से पहले तनाव के स्तर को प्रबंधित करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसल्स रिलैक्सेशन का अभ्यास करें। इस प्रकार आपका दिमाग रिलैक्स रहता है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
इसलिए कभी-कभी कुछ सपने हमारे दिमाग को हमारे विचारों और दिन की घटनाओं को हल करने में हमारी मदद करते हैं। बाकि अन्य सपने सामान्य मस्तिष्क गतिविधि का परिणाम हो सकते हैं और कुछ का कोई मतलब ही नहीं होता है। लेकिन शोधकर्ता अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि पूरी रात सपने क्यों आते हैं या रात को नींद में more info सपने क्यों आते हैं?
कभी-कभी, कुछ दवाइयों का असर हमारी नींद और दिमाग पर पड़ सकता है। खासकर एंटी-डिप्रेसेंट्स, पार्किंसन रोग की दवाइयां, या दिल की धड़कन पर असर डालने वाली दवाइयां। इन दवाओं के कारण नींद का पैटर्न बिगड़ सकता है, जिससे डरावने सपने आने लगते हैं। जब दवा का असर होता है, तो यह दिमाग को उत्तेजित कर देता है, जिससे हम रात में असामान्य सपने देख सकते हैं।